Share market kya hai? Share market कैसे काम करता है?

 इस आर्टिकल में आपको आसान भाषा में सीखने को मिलेगा कि "Share market kya hai? Share market कैसे काम करता है?" शुरुआत में जब व्यक्ति को शेयर बाजार के बारे में पता नही होता है तो वो शेयर बाजार से डरता है। और आज के इस लेख में मैने आपको ये बताया है कि शेयर मार्केट क्या है ताकि आप बिना डरे आसानी से शेयर बाजार में काम कर सकते हो।


Mystical finance

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Share market कि शुरुआत और अवलोकन।

शुरुआत में कई सारे लोग ऐसे थे जिनको शेयर मार्केट के बारे में कुछ नहीं पता था और जिनको पता था उनको इससे डर लगता था। परंतु समय के साथ-साथ लोगों को फाइनेंस के बारे में पता लगा और फाइनेंस के बारे में सीखने का उनका मन करने लगा और जब कभी फाइनेंस की बात आती है तो लोगों को डर भी लगता है कि कहीं कुछ गड़बड़ ना हो।


फाइनेंस के बारे में जानने के बाद लोगों को शेयर बाजार के बारे में पता लगने लगा परंतु शेयर बाजार का नाम सुनने पर लोगों को लगता है कि यह एक सट्टा बाजार है। जो की एक झूठ है जो लोगों के दिमाग में है और लोगों को लगता है कि शेयर बाजार में अगर पैसे लगाए तो डूब जाएंगे वह कभी बढ़ेंगे ही नहीं, इसी बात को लेकर लोग शेयर मार्केट से हमेशा डरते हैं।


परंतु ऐसा नहीं है शेयर बाजार ऐसा बिलकुल भी नहीं है जैसा 90% लोग सोचते है बल्कि शेयर बाजार उसके विपरीत है, और आज के इस आर्टिकल में मैं आपको शेयर बाजार से जुड़ी सभी जानकारी को पूरी डिटेल में बताने की कोशिश करूंगा और शेयर बाजार से जुड़ी सभी जानकारियां दूंगा।


शेयर मार्केट क्या है?

शेयर मार्केट एक ऐसा  बाजार है जहां पर कंपनियां अपने शेयर को सार्वजनिक करते हैं एवं अन्य व्यक्ति उन शेयरों को खरीद और बेच सकते हैं। शेयर मार्केट में कंपनियों के शेयर्स उपलब्ध होते हैं जो कि निवेशकों के लिए खरीदने और बेचने के लिए उपलब्ध होते हैं।


शेयर बाजार में मुख्य रूप से कंपनी के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। निवेशक कम मूल्य पर शेयर खरीद कर अधिक मूल्य पर बेचकर लाभ कमाते हैं। निवेशकों द्वारा किसी भी कंपनी में शेयर पर निवेश करने से उस कंपनी को फंड प्राप्त होता है ताकि वह आगे अन्य प्रोडक्ट और अपने कामों पर उसका उपयोग कर सके और जिसके बदले में निवेशकों को उस कंपनी पर स्वामी के रूप में एक छोटी सी भागेदारी मिलती है।


भारतीय शेयर बाजार क्या है?

भारतीय शेयर बाजार भारत का वित्तीय बाजार है जहां पर भारतीय कंपनियों के शेयर उपलब्ध होते हैं इसमें भारत में मौजूद कंपनियों के शेयर उपलब्ध होते हैं जहां पर की आसानी से कोई भी निवेशक इन पर निवेश कर सकता है।


STOCK EXCHANGE

जब कोई भी कंपनी अपने शेयरों को स्टॉक मार्केट में लिस्ट करना चाहती है, तो उसको अपने शेयरों को शेयर मार्केट में निवेशकों को निवेश के लिए उपलब्ध कराने के लिए एक स्टॉक एक्सचेंज की आवश्यकता होती है। जिसके द्वारा कोई भी कंपनी अपने स्टॉक को अपने कंपनी के शेयरों को शेयर मार्केट में इन स्टॉक एक्सचेंज के द्वारा लिस्ट कर सकती है और निवेशक इन्हीं के द्वारा आसानी से उन शेयरों में निवेश कर सकते हैं।


भारत में मुख्य रूप से दो स्टॉक एक्सचेंज है
1 BSE
2 NSE


BSE - बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारत के शेयर मार्केट में उपस्थित एक स्टॉक एक्सचेंज है, जहां पर कंपनियों के शेयर लिस्टेड है और कोई भी व्यक्ति इन शेयरों को Bse के माध्यम से खरीद सकता है।


NSE-  nse यानी कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत के शेयर मार्केट का एक एक्सचेंज है जहां पर कंपनियों के शेयर एनएससी पर लिस्ट होते हैं और व्यक्ति एनएससी यानी स्टॉक एक्सचेंज पर उपलब्ध शेयरों में आसानी से निवेश कर सकते हैं।


शुरुआती लोग शेयर बाजार में शुरुआत कैसे करे?

शुरुआत में लोगों को शेयर मार्केट के बारे में थोड़ा सा डर लगता है परंतु डरने की कोई बात नहीं है शेयर मार्केट में शुरुआत करना बहुत ही आसान है।


शेयर बाजार में शुरुआत करने के लिए आपको सबसे पहले एक डीमेट और ट्रेडिंग खाता बनाने की जरूरत होगी। जो कि आप किसी भी एक ब्रोकर पर आसानी से बना सकते हैं भारत में मुख्य रूप से कई सारे ब्रोकर उपलब्ध हैं जैसे जीरोधा या एंजेल वन आप अपने अनुसार किसी भी एक अच्छे ब्रोकर को चुन सकते हैं।


Brokar क्या है शेयर बाजार में?

ब्रोकर एक व्यक्ति या फर्म हो सकता है। जिसका मुख्य कार्य निवेशक के द्वारा किए गए ऑर्डर को पूरा करना होता है। ये ऑर्डर कुछ भी हो सकते हैं - जैसे किसी शेयर को खरीदना और बेचना। ब्रोकर एक निवेशक और स्टॉक एक्सचेंज के बीच कार्य करता है। जहा पर एक ब्रोकर निवेशक से उसके ऑर्डर के अनुसार पैसे लेते है और उनको सर्विस प्रदान करता है।


अच्छे ब्रोकर का चुनाव कैसे करे?

एक अच्छे ब्रोकर का चुनाव करने के लिए सबसे पहले आपको कई सारे ब्रोकर को ढूंढ लेना है और उन ब्रोकर के मध्य आपको अंतर पता करने एक अच्छी ब्रोकर आपको काम ब्रोकरेज पर अच्छी सुविधा प्रदान करने वाला ब्रोकर हो सकता है।
ब्रोकर चुनाव करने के लिए आपको कई सारे चीजों को अपने ध्यान में रखने की आवश्यकता होती है। नीचे कुछ ऐसे पैरामीटर के बारे में पता है वह जिनका कि आप एक ब्रोकर के चुनाव करते समय ध्यान में रख सकते हैं।


  • कम ब्रोकरेज फीस.
  • कम अकाउंट ओपनिंग चार्जस
  • अच्छी सर्विसेज
  • एडवांस्ड ओवर ऑर्डर टाइम -ex- कवर ऑर्डर,ब्रैकेट ऑर्डर,आफ्टर मार्केट ऑर्डर
  • स्टॉक sip
  • इंटेरा-डे ट्रेडिंग मार्जिन
  • ट्रेडिंग एप


एक अच्छे ब्रोकर का चुनाव करने के लिए आप इन सभी पैरामीटर को उन ब्रोकर के साथ कंपेयर करके एक अच्छे ब्रोकर का चयन कर सकते हैं। जिस पर आप आसानी से डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट बना सकते हैं।


डीमेट अकाउंट क्या होता है ? और इसे कैसे बनाए?

डीमेट या ट्रेडिंग अकाउंट एक ऐसा खाता होता है जिसके जरिए हम किसी भी स्टॉक एक्सचेंज पर उपलब्ध कंपनी के शेयरों को खरीदने और बेचने का कार्य कर सकते हैं। डीमेट या ट्रेडिंग खाते के जरिए हम कंपनी के शेयरो में निवेश कर सकते हैं और किसी भी इंडेक्स पर आसानी से ट्रेडिंग कर सकते हैं। डीमेट अकाउंट ब्रोकर के द्वारा आप किसी भी डिपोजिटरी के साथ ओपन कर सकते है।


भारतीय शेयर बाजार में दो डिपोजिटरी उपलब्ध है।
 CDSL

 NSDL


जब आप ट्रेडिंग और डीमेट अकाउंट बनाने के लिए अपने ब्रोकर के साथ केवाईसी और अन्य सारे डॉक्यूमेंट वेरीफाई करते है तो ब्रोकर इन्हीं दो डिपोजिटरी के साथ अकाउंट ओपन करता है।


डिमैट अकाउंट बनाने के लिए सबसे पहले आपकी उम्र 18 से ज्यादा होनी चाहिए। शेयर बाजार में डीमैट अकाउंट प्रोवाइड ब्रोकर हर ब्रोकर 18 से ज्यादा उम्र वालों को ही डिमैट अकाउंट बनाने की परमिशन देता है। इसके लिए आपके पास पैन कार्ड की आवश्यकता होती है और अन्य जरूरी डॉक्यूमेंट का उपयोग होता है आप आसानी से किसी भी एक अच्छे ब्रोकर का चुनाव करके उस पर जाकर अपने मोबाइल नंबर, ईमेल अकाउंट और अपने डॉक्यूमेंट वेरीफाई करके केवाईसी के द्वारा आसानी से अपना डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट बना सकते हैं। आप किसी भी ब्रोकर के साथ या एक से अधिक ब्रोकरों के साथ अपना ट्रेडिंग और डीमेट अकाउंट बना सकते है। आमतौर पे डीमेट/ट्रेडिंग अकाउंट की kyc होने में सामान्य रूप से 24 से 48 घंटे तक का समय लग जाता है, और इस डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट का उपयोग करके आप आसानी से शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं।


शेयर बाजार कैसे काम करता है?

शेयर बाजार कैसे काम करता है? ये जानना उन सभी लोगो के लिए जरूरी है, जो शेयर बाजार में काम कर रहे है या काम करने के बारे में सोच रहे हैं। शेयर बाजार में सबसे पहले कोई भी कंपनी ipo के माध्यम से सार्वजनिक होती है। जहा पर वो अपने शेयरों को सभी लोगो के खरीदने और बेचने के लिए सार्वजनिक करती है। निवेशक इन्हीं शेयरों को खरीदने और बेचने का काम करते हैं। शेयर बाजार में शेयर्स के मूल्य कंपनी के परफॉर्मेंस और मार्केट के आधार पर निर्धारित होती है। स्टॉक मार्केट मुख्य रूप से कंपनी के लिए फंड की जरूरत को पूरा करने का कार्य करता है और निवेशकों के लिए अपना प्रॉफिट बनाने का जरिया है।


शेयर बाजार से पैसे कैसे कमाएं?

शेयर बाजार से पैसे कमाने के लिए पहले आपको उपर बताए गए सभी चीजों को ध्यान में रखना है और एक अच्छा डीमेट अकाउंट बना लेना है। शेयर बाजार से आप कई तरीके से पैसे कमा सकते हैं। जिनके बारे में नीचे बताया गया है।

Investing in stocks -

इसमें आपको अच्छे शेयर्स को ढूढना है जिन पर आप निवेश कर सकते है। इसमें आपको फंडामेंटल एनालिसिस के साथ साथ टेक्निकल का भी थोड़ा एनालिसिस करनी है। जिसमे आपको ऐसे कंपनी के शेयर को ढूढना है जो की कम प्राइस पे मिले और भविष्य में बढ़ने के लिए तैयार हो। आपको कम मूल्य पर शेयर को खरीदकर ज्यादा मूल्य पर बेचना है, ताकि आप लाभ कमा सको।


Trading - 

ट्रेडिंग शेयर बाजार से पैसे कमाने का सबसे मशहूर तरीका है, परंतु ये थोड़ा रिस्की होता है। ट्रेडिंग के अंदर अलग अलग प्रकार की ट्रेडिंग और उनको करने के अलग अलग तरीके होते है। जिनके बारे में हम आने वाले लेख में पूरा विस्तार से जानेंगे।



ETF - 

ETF पे शेयर बाजार में आसानी से निवेश किया जा सकता है। ETF = EXCHANGE TRADED  FUND. ये एक प्रकार का इन्वेस्टमेंट फंड होता है। को किसी शेयर, इंडेक्स, कमोडिटी मार्केट का कलेक्शन होता है। इन पर निवेश करने से निवेशकों का रिस्क कम हो जाता है। और प्रॉफिट की संभावना बढ़ जाती है।



Ipo - 

जब कोई भी कंपनी शेयर बाजार में नई आती है तो वो शेयर बाजार में सार्वजनिक होने के लिए ipo निकलती है। जिसके द्वारा कंपनी के शेयर सार्वजनिक होते है। आप इन ipo पे निवेश करके शेयर बाजार से पैसे कमा सकते हो।


Mutual fund- 

म्यूचुअल फंड एक ऐसा फंड होता है जिसमे पैसों के जोखिम होने की भी अति संभावना होती है। म्यूचुअल फंड में आप sip के द्वारा निवेश कर सकते हो। जो कि onetime sip से लेकर 1 month और एक साल में की होती है। Onetime sip मतलब आपको सिर्फ एक ही बार निवेश करना होता है। जबकि monthly या सालाना में आपको महीने या साल की एक निश्चित दिवस में sip पेमेंट करनी होती है। म्यूचुअल फंड मार्केट के अकॉर्डिंग अप डाउन होता है और आपके इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न तैयार करता है।



यह लेख सिर्फ और सिर्फ एजुकेशन के लिए लिखा गया है। हम sebi द्वारा रजिस्टर्ड एडवाइजर नहीं हैं। शेयर मार्केट में वित्तीय जोखिमों के होने की काफी संभावनाएं हैं। यदि आप बिना ज्ञान के शेयर बाजार में आते हैं तो आपका वित्तीय नुकसान हो सकता है। कृपया इस लेख से प्रभावित होकर शेयर बाजार में निवेश न करे। यदि आपका शेयर बाजार में कोई नुकसान होता है तो उसका mystical finance कोई जिम्मेदारी नहीं लेता। निवेश करने से पहले अपने शेयर बाजार के एडवाइजर से जरूर संपर्क करें।(alert-warning)



निष्कर्ष - 

इस लेख से निष्कर्ष निकलता है कि- शेयर बाजार एक वित्तीय बाजार है जहा पर कंपनी के शेयरों का वित्तीय माध्यम में ब्रोकरों के माध्यम से आदान-प्रदान होता है। ब्रोकर ग्राहक से ऑर्डर लेता है और उनको सर्विसेज प्रदान करने का कार्य करता है। जिसके बदले में ब्रोकर एक कमीशन लेता है जिसे ब्रोकरेज कहते हैं। 


शेयर बाजार में निवेश करने के लिए डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है। शेयर बाजार में जब कोई नई कंपनी आती है तो वो अपना ipo लाती है। Ipo के माध्यम से ही कोई भी कंपनी के शेयर सार्वजनिक होते हैं और कोई भी निवेशक उन पे निवेश कर सकता है।


बिना ज्ञान के आपको शेयर बाजार में निवेश नही करना चाहिए परंतु यदि आप सीखने के इच्छा से निवेश कर रहे हैं तो थोड़ा सा निवेश करके अनुभव और सीख सकते हैं। परंतु आपको कभी भी पूरा कैपिटल एक ही बार में निवेश नहीं करना चाहिए और बिना ज्ञान के आपको शेयर बाजार से दूर रहना चाहिए।


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